हौज़ा न्यूज एजेंसी के अनुसार श्रीनगर/इमाम जुमा हसनाबाद हुज्जतुल-इस्लाम वल-मुस्लेमीन आगा सैयद आबिद हुसैन हुसैनी ने एक ट्वीट में लिखा कि सूत्रों से पता चला है कि एक व्यक्ति ने एक सिख लड़की से कोट मैरिज किया है। जिस पर हमारे पड़ोस मे सिखो के पवित्र गुरद्वारे छटी बादशाही रानावरी मे आज सिख समुदाय ने विरोध किया। उन्होंने कहा "बेशक यह एक अज्ञात और अनुचित और नाजायज कोर्ट मैरिज के खिलाफ एक विरोध था" ।
इमाम जुमा हसनाबाद ने कहा कि हम इस प्रतिक्रिया का पूरा समर्थन करते हैं और मांग करते हैं कि अंतर-धार्मिक विवाह के खिलाफ एक सख्त कानून बनाया जाना चाहिए क्योंकि कुरान की शिक्षाओं के अनुसार अंतर-धार्मिक विवाह भी अस्वीकार्य और अवैध है। कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए और सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए और एक सिख लड़की से शादी करने वाले व्यक्ति के साथ सभी प्रकार का बहिष्कार होना चाहिए।
आगा सैयद आबिद हुसैन हुसैनी ने सभी महान विद्वानों और उपदेशकों से इस घटना की कड़ी निंदा करने की अपील की ताकि आपसी सहिष्णुता और सिख-मुस्लिम भाईचारे को नुकसान न पहुंचे। संभव है कि इस कदम के पीछे इस्लाम विरोधी तत्व हों। हमें मौके का फायदा उठाकर उनकी साजिशों को नाकाम करना होगा।